मन खाली होगा तभी तो वह आएगा..वह जो आनंद स्वरूप है...
असली मगर अब कम चलता है नकली हर जगह मचलता है । बहुत सुंदर !
धन नहीं है पर्यायसंग्रह सांसारिक वस्तुओं काअसली धन हैहोना न्यूनतम इच्छाओं का।अति सुन्दर भाव शर्मा जी। बहुत खूब।
बेहद भावपूर्ण।
आदरणीय कैलाशजी, मैनें आपका ब्लॉग ज्वाइन कर लिया है। अगर आपको पसंद आयेतो मेरा ब्लॉग www.wikismarter.com ज्वाइन करें।
जीवन सत्य लिखा है ... गहरा दर्शन ... कम से कम इच्छाओं का होना मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं ... भावपूर्ण ...
Jab aae santosh dhan sab dhan dhoori saman
Jab aae santosh dhan sab dhan dhoori saman .
सही आंकलन करते सार्थक शब्द आदरणीय श्री कैलाश शर्मा जी !!
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति...सीधे सरल शब्दों में गहन बात कही है आपने। खुशियों का आधार सम्पन्नता नहीं, संतुलन है।
अपरिग्रह अर्थात धन संचय न करना, इच्छाओं को न्यूनतम रखना ही वास्तविक धन है...कितनी सुंदर बात कही है आपने ।
चरैवेति - चरैवेति । [ स्वगत - कथन ]
aati sundar.
None understands in the run for hoarding currency that money is not everything.Nice thought.
मन खाली होगा तभी तो वह आएगा..वह जो आनंद स्वरूप है...
ReplyDeleteअसली मगर अब कम चलता है
ReplyDeleteनकली हर जगह मचलता है ।
बहुत सुंदर !
धन नहीं है पर्याय
ReplyDeleteसंग्रह सांसारिक वस्तुओं का
असली धन है
होना न्यूनतम इच्छाओं का।
अति सुन्दर भाव शर्मा जी। बहुत खूब।
बेहद भावपूर्ण।
ReplyDeleteआदरणीय कैलाशजी, मैनें आपका ब्लॉग ज्वाइन कर लिया है। अगर आपको पसंद आयेतो मेरा ब्लॉग www.wikismarter.com ज्वाइन करें।
ReplyDeleteजीवन सत्य लिखा है ... गहरा दर्शन ... कम से कम इच्छाओं का होना मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं ... भावपूर्ण ...
ReplyDeleteJab aae santosh dhan sab dhan dhoori saman
ReplyDeleteJab aae santosh dhan sab dhan dhoori saman .
ReplyDeleteसही आंकलन करते सार्थक शब्द आदरणीय श्री कैलाश शर्मा जी !!
ReplyDeleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति...सीधे सरल शब्दों में गहन बात कही है आपने। खुशियों का आधार सम्पन्नता नहीं, संतुलन है।
ReplyDeleteअपरिग्रह अर्थात धन संचय न करना, इच्छाओं को न्यूनतम रखना ही वास्तविक धन है...
ReplyDeleteकितनी सुंदर बात कही है आपने ।
चरैवेति - चरैवेति । [ स्वगत - कथन ]
ReplyDeleteaati sundar.
ReplyDeleteNone understands in the run for hoarding currency that money is not everything.Nice thought.
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