अकेलापन नहीं पर्याय एकांत का,
उदासी का कुहासा
दर्द बीते हुए पलों के
चुभते यादों के दंश
चिंता कल के सपनों की
कब रहने देते अकेले
अकेलेपन को.
एकांत,
स्तिथि परम आनंद की
नहीं उदासी अकेलेपन की,
होता वार्तालाप स्व-आत्म से
अनुभूति शांति और संतुष्टि की,
समाहित विश्व जब अंतस में
नहीं होता कभी अनुभव
अकेलापन एकांत में.
.....कैलाश शर्मा