कठिनाइयाँ नहीं बाधायें राह की,
चुनौतियां देती प्रेरणा और जोश
मंज़िल को पाने की,
लगती हैं चुनौतियाँ कठिन
जब होता सामना उनसे,
लेकिन हो जातीं कितनी छोटी
उन पर विजय के बाद,
चलती गाड़ी से दिखते
पेड़ की तरह,
लगता विशाल नज़दीक आने पर
लेकिन दिखता कितना छोटा
पीछे छूट जाने पर।
...कैलाश शर्मा
चुनौतियां देती प्रेरणा और जोश
मंज़िल को पाने की,
लगती हैं चुनौतियाँ कठिन
जब होता सामना उनसे,
लेकिन हो जातीं कितनी छोटी
उन पर विजय के बाद,
चलती गाड़ी से दिखते
पेड़ की तरह,
लगता विशाल नज़दीक आने पर
लेकिन दिखता कितना छोटा
पीछे छूट जाने पर।
...कैलाश शर्मा
बहुत प्रेरणादयी पंक्तियाँ कैलाश जी
ReplyDeleteमैं आनेवाली अपनी किसी कहानी में ये कविता लूँगा. आपकी अनुमति चाहिए होंगी
शुक्रिया जी
आपका अपना
विजय
यह मेरा सौभाग्य है विजय जी की रचना आपको पसंद आयी....
Deleteसार्थक, प्रेरक एवं सशक्त रचना !
ReplyDeleteप्रेरणादायी अभिव्यक्ति
ReplyDeleteवाह ।
ReplyDeleteSaty kaha aapne chunotiyaan tab tak badi hoti hai jab tak hum unpar vijay prapt nhi kar lete baad me wo choti ho jaati hain ..... Prernadayak abhivyakti ..badhayi .. Subh din !!
ReplyDeleteसुंदर रचना सर धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
आपकी इस रचना का लिंक दिनांकः 3 . 11 . 2014 दिन सोमवार को I.A.S.I.H पोस्ट्स न्यूज़ पर दिया गया है , कृपया पधारें धन्यवाद !
आभार...
Deleteआभार...
ReplyDeleteप्रेरणा देते भाव ... कठिनाइयों का सामना करना शुरू करो तो सब हल हो जाता है ...
ReplyDeleteसुंदर और प्रेरक पंक्तियाँ...
ReplyDeleteसार्थक और प्रेरणादायी अभिव्यक्ति.....
ReplyDelete..
सार्थक अभिव्यक्ति!
ReplyDeleteसुंदर भावपूर्ण पंक्तियाँ..
ReplyDeleteसरल, सार्थक, प्रेरणादायी!
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